बड़ा गणपति मंदिर, इंदौर के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। यह मंदिर गणेश जी की विशाल प्रतिमा के कारण विख्यात है। गणेश जी की यह मूर्ति 25 फीट ऊंची है जिसे पूरी दुनिया में गणपति की सबसे ऊंची मूर्ति माना जाता है। एक स्वप्न के परिणामस्वरूप एक अवंतिका (उज्जैन) निवासी श्री दधीच ने इस मंदिर का निर्माण किया था । इस मंदिर का निर्माण 1875 में किया गया था।
8 दिन लगते हैं चोला श्रृंगार करने में
मंदिर के पुजारी पंडित प्रमोद दाधीच ने बताया कि गणेश जी का श्रृंगार में करीब 8 दिन का समय लगता है। साल में चार बार यह चोला चढ़ाया जाता है। जिसमें भाद्रपद सुदी चतुर्थी, कार्तिक बदी चतुर्थी, माघ बदी चतुर्थी और बैसाख बदी चतुर्थी पर चोला और सुंदर वस्त्रों से श्रृंगार किया जाता है। इसमें करीब सवा मन घी और सिंदूर का उपयोग किया जाता है। वर्तमान में मंदिर के रख रखाव की जिम्मेदारी नारायण दाधीच की तीसरी पीढ़ी के पं धनेश्वर दाधीच देख रहे हैं।
निर्माण कैसे किया गया ?
किंवदंतियों के अनुसार, अवंतिका ( उज्जैन ) के एक निवासी, श्री दाधीच ने रात में भगवान गणेश की मूर्ति का सपना देखा और अगले दिन उठकर वहां मंदिर बनवाने का फैसला लिया। यह इस मूर्ति के विन्यास का सबसे दिलचस्प किस्सा है।
इस मूर्ति का निर्माण ईटों, चूने के पत्थरों, गुड़, सात पठारों की मिट्टी, घोडों, गाय और हाथियों के पैरों कुचली मिट्टी व कीचड़, पंचरत्नों के पाउडर ( हीरा, पन्ना, मोती, माणिक और पुखराज ) और कई धार्मिक स्थलों के पवित्र जल से किया गया है। मूर्ति का ढ़ांचा, सोने, चांदी, पीतल, तांबे और लोहे से बना हुआ है।
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Address: Cat Road, Rau, Rgwasa Road, Indore, Madhya Pradesh 453331
Open Time: All days of the week: 5:00 AM – 12:00 PM, 4:00 PM – 8:00 PM
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