पितृ पर्वत(Pitra Parvat ) इंदौर शहर में बहुत ही प्रसिद्ध है,पितृ पर्वत पर 28 फरवरी को अष्ठधातु से निर्मित हनुमान जी की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा 18 साल बाद भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय जी के द्वारा की गई। यहाँ अष्ठधातु से बनी दुनिया की सबसे बड़ी हनुमानजी की मूर्ति है
हनुमानजी की गदा 21 टन वजनी और लंबाई में 45 फुट है
जर्मनी की लेजर लाइट
जर्मनी की लेजर लाइट में संकट मोचन के सात रंग दिखाई देते है , हनुमान जी की प्रतिमा पर जब लेजर लाइट का ट्रायल किया गया तब उसमे से सात रंग की लाइट निकलती है
प्राण प्रतिस्ठा कब की गई
पितृ पर्वत पर हनुमान जी प्राण प्रतिस्ठा 14 फ़रवरी 3 मार्च 2020
सवा लाख सुन्दर कांड और हनुमान चालीसा के पाठ किये गये
कलश यात्रा 24 फब्वारी 2020 को की गई और राम कथा 24 फब्वारी से 3 मार्च 2020 प्रात :10 बजे से दोपहर 1 बजे तक
शिव पुराण कथा परम पूजनीय परम पूज्य महामंडलेश्वर साध्वी माँ कंकेश्वरी देवी २४ फब्वारी से 3 मार्च 2020 दुपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक किये गये
अतिरुद्र महायज 24 फ़रवरी से 3 मार्च 2020 को प्रात: 9 बजे से किया गया
पितृ पर्वत नाम का महत्व क्या है
यहाँ पर लोग अपने पितरो के नाम के पेड़ पौधे लगते है , यहाँ पर कोई भी अपने पितरो के नाम से पेड़ पौधे लगा सकते है , लगाये गये पोधो को कोई भी नहीं तोड़ता है इसकी देख रेख नगर निगम खुद करता है
पार्किंग
गाड़ी पार्किंग की बहुत बड़ी व्यवस्था है मंदिर के बाहर, 2 वीलर और 4 वीलर की पार्किंग अलग अलग है , मंदिर तक जाने के लिए सीढिया भी बनवाई गई है
ज्यादा भीड़ कब रहती है
रविवार और नेशनल हॉलिडे के दिन बहुत से लोग हनुमान जी दर्शन करने आते है , यहाँ एक बहुत अच्छा पिकनिक स्पॉट भी है झा लोग पिकनिक बनाने भी आते है | चारो तरफ बहुत अच्छी हरयाली है साथ में पिने के पानी और बेटने की अच्छी व्यवस्था है ,
पिने के पानी की और वाश रूम व्यवस्था : दोनों की बहुत अच्छी व्यवस्था की गई है
चाट चौपाटी
मंदिर के बहार बहुत बड़ी चाट चौपाटी के साथ साथ बच्चो के खेलने के खिलोने भी मिलते है|
Address:
पितृ पर्वत, गांधीनगर, Indore, Madhya Pradesh 453112
पितृ पर्वत के पास और भी घूमें वाली जगह
पितृ पर्वत से कुछ ही किलोमीटर की दुरी पर गोमटगिरि जहा पर शिव जी का निवास स्थान हे और बिजासन माता मंदिर है, माँ आपने भक्तो की सभी मनोकामनाएं पूरी करती है |