Khajrana Ganesh Temple Indore

होल्कर वंश की महारानी अहिल्याबाई ने करवाया था खजराना गणेश मंदिर का निर्माण : मंदिर का निर्माण 1735 में होल्कर वंश की महारानी अहिल्याबाई ने करवाया था। मान्यताओं के अनुसार श्रद्धालु इस मंदिर की तीन परिक्रमा लगाते हैं और मंदिर की दीवाल में धागा बांधते हैं।

नव साल 2026 और तिल चतुर्थी पर खजराना मंदिर में खास तैयारी, एंट्री का टाइम जारी, नए नियम जान लें यदि आप आ रहे है।

इंदौर के खजराना गणेश मंदिर में 31 दिसंबर को रात 11 बजे तक ही प्रवेश मिलेगा, जबकि 1 जनवरी को सुबह 4 बजे से दर्शन शुरू होंगे। 6 जनवरी से शुरू होने वाले तिल चतुर्थी मेले में सवा लाख लड्डुओं का भोग लगेगा।इंदौर के प्रसिद्ध खजराना गणेश मंदिर में नव वर्ष और आगामी त्योहारों को देखते हुए जिला प्रशासन और मंदिर समिति ने कमर कस ली है। 31 दिसंबर और 1 जनवरी को लाखों भक्तों की भीड़ को देखते हुए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। इसके अलावा जनवरी माह में आने वाली तिल चतुर्थी के लिए भी रूपरेखा तैयार कर ली गई है।

नए साल पर दर्शन की व्यवस्था और समय में बदलाव किये गए है
नव वर्ष के मौके पर खजराना गणेश मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। इसी को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा और सुविधा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। 31 दिसंबर की रात को केवल 11 बजे तक ही भक्तों को मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा। इसके बाद 1 जनवरी को सुबह 4 बजे से मंदिर के पट दोबारा दर्शन के लिए खोल दिए जाएंगे। 31 दिसंबर को पुजारी जयदेव भट्ट द्वारा भगवान गणेश की महाआरती की जाएगी। भीड़ प्रबंधन के लिए बैरिगेट और पुलिस बल की तैनाती के साथ-साथ कतारों में लगने वाले समय को कम करने के प्रयास किए जाएंगे।

तिल चतुर्थी महोत्सव और सवा लाख लड्डुओं का भोग
आगामी 6 जनवरी से खजराना गणेश मंदिर में सात दिवसीय तिल चतुर्थी महोत्सव का आगाज होगा। इस दौरान मंदिर परिसर में भव्य मेले का आयोजन भी किया जाएगा। महोत्सव की शुरुआत पारंपरिक ध्वजा पूजन के साथ होगी। इस विशेष अवसर पर भगवान गणेश को सवा लाख लड्डुओं का भोग अर्पित किया जाएगा। पूरे मंदिर परिसर को आकर्षक फूलों और विशेष लाइटिंग से सजाया जाएगा।

भक्तों के लिए हाई-टेक सुविधाएं की जाएगी
इंदौर कलेक्टर शिवम वर्मा ने हाल ही में मंदिर का दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि भक्तों की सुविधा के लिए तकनीक का सहारा लिया जाए। जल्द ही मंदिर की वेबसाइट को अपडेट किया जाएगा और एक नया पोर्टल व मोबाइल ऐप लॉन्च किया जाएगा। इसके अलावा दान और सहयोग राशि के लिए क्यूआर कोड की सुविधा भी शुरू की जाएगी। कलेक्टर ने मंदिर के मास्टर प्लान के तहत चल रहे विकास कार्यों को भी जल्द पूरा करने के निर्देश दिए हैं, ताकि श्रद्धालुओं को पार्किंग, पानी और साफ-सफाई जैसी बुनियादी सुविधाएं बेहतर ढंग से मिल सकें।

Til Chaturthi Mela(तिल चतुर्थी महोत्सव ): खजराना गणेश मंदिर में 6 जनवरी 2026 से होगा तिल चतुर्थी महोत्सव जो 13 जनवरी तक चलेगा तिल कूट चौथ या तिल चतुर्थी 6 जनवरी 2026 को है , तिल चतुर्थी पर हमेशा गणेश मंदिर के प्रागण में बहुत ही अच्छी सजावट रोड पर और मंदिर प्रागण में होती है , इस बार भी रोडो पर लाइट लगा दी गई है पर कोरोना के चलते मेला नहीं लग रहा है जैसा हर साल लगता है।

खजराना गणेश मंदिर में 12 अप्रैल को चांदी के सिंहासन को मंदिर प्रागण में लाया गया और उस पर श्री गणेश जी महाराज को विराजमान किया गया। सिंहासन बनाने में 125 किलो चांदी का उपयोग किया गया है।

Khajrana Ganesh Temple Indore

खजराना मंदिर इन्दौर का प्रसिद्ध गणेश मंदिर है। यह मंदिर विजय नगर से कुछ दूरी पर खजराना चौक के पास में स्थित है। इस मंदिर का निर्माण अहिल्या बाई होल्कर द्वारा किया गया था। इस मंदिर में मुख्य मूर्ति भगवान गणपति की है, जो केवल सिन्दूर द्वारा निर्मित है। इस मंदिर में गणेश जी के अतिरिक्त माता दुर्गा जी, महाकालेश्वर की भूमिगत शिवलिंग, गंगा जी की मगरमच्छ पर जलधारा मूर्ति, लक्ष्मी जी का मंदिर, साथ ही हनुमान जी की झाँकी मन मुग्ध करने वाली है। यहाँ शनि देव मंदिर एवं साई नाथ का भी भव्य मंदिर विराजमान है, यहाँ इस तरह की अनुभूति होती है ,जैसे सारे देवी, देवता एक स्थान पर उपस्थित हो गये हों। यहाँ की मंदिर व्यवस्था बहुत ही उत्तम कोटि की है। इस मंदिर मे 10,000 से लोग हर दिन दर्शन करते है। यहाँ जो भी भक्त अपनी मनोकामना की पूर्ति के लिये गणेश जी के पीठ पर उल्टा स्वास्तिक बनाता है,गणपति जी उसकी मनोकामना पूर्ण करते हैं। मनोकामना पूर्ण होने के पश्चात पुनः सीधा स्वास्तिक बनाते हैं।

खजराना गणेश मंदिर की स्थापना कैसे हुई ?

इस मंदिर में स्तिथ प्राचीन प्रतिमा के बारे में कहते हैं यह प्रतिमा एक स्थानीय पंडित मंगल भट्ट को सपने में दिखी थी। इसी सपने के बाद रानी अहिल्या बाई होल्कर ने खुदाई कर जमीन के नीचे से मूर्ति निकलवाई और स्थापित करवाया। जहां से प्रतिमा निकाली गई थी वहां एक जलकुंड है, जो मंदिर के ठीक सामने है।

इंदौर मध्य प्रदेश में एक ऐसा मंदिर है जहा उल्टा स्वस्तिक बनाने से सभी भक्तो की मनोकामना पूरी होती है

इंदौर शहर में खजराना गणेश मंदिर ऐसा मंदिर में जहा भक्त गण भगवन की पिट(श्री गणेश जी की प्रतिमा) पर उल्टा स्वस्तिक बनाकर अपनी मनोकामना मांगते है , यहाँ माना जाता है की जो भी भक्त गण पूरी श्रद्धा से यहाँ स्वस्तिक बनाकर मन्नत मांगता है उसकी सभी इच्छा पूरी होती है
जब आपकी मन्नत पूरी हो जाती है तब आप उल्टे स्वस्तिक की जगह पर सीधा स्वस्तिक बनाते है ।

क्यों बुधवार के दिन का विशेष महत्व होता है और इस दिन कितने श्रद्धालु आते है दर्शन के लिए ?

इंदौर के खजराना मंदिर में वैसे तो रोज पूजा और आरती होती है, लेकिन बुधवार का दिन यहां के लिए खास होता है। उस दिन यहां विशेष पूजा और आरती आयोजित की जाती है। इसमें शामिल होने बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं आते हैं। यदि हम बुधवार के दिन की बात करे तो गजानन महाराज के दर्शन करने सुबह ५ बजे से भक्त गण आना शुरू कर देते है पुरे दिन में लगभग 20हज़ार लोगो दर्शन करने आते है।

ये वीडियो खजराना गणेश मंदिर के ग्राउंड में लगे तिल चतुर्थी मेले का है, मेला  तिल चतुर्थी  से शुरू होता हे और 4 दिन तक रहता है, इस मेले में बहुत दूर- दूर से लोग मेले का आनंद लेने आते है , मेले में पुलिस सिक्योरिटी का भी प्रबंध किया गया है, दर्शक मंदिर के दर्शन करने के बाद मेले का लूफ जरूर लेते है, मेला सुबह 10 बजे से रात को 11 बजे तक रहता है, 11 बजे बाद मेले में सभी शॉप बंद हो जाती है और सभी झूले भी बंद कर दिए जाते है, पुलिस सिक्योरिटी इस बात का विशेष ध्यान रखते है की 11 बजे सभी शॉप और मेले बंद हुये या नहीं, मेले में सिक्योरिटी का प्रबंध बहुत अच्छा है, और सफाई का भी बहुत प्रबंध रखा गया है।

क्या मंदिर प्रागण में रखने की व्यवस्था है और इसका क्या शुल्क है ?
मंदिर में जैसे ही हम प्रवेश करते है बहार की तरफ है रेन बसेरा है जहा पर आप अपना आधार कार्ड दिखकर रुक सकते है
मंदिर प्रागण में भी एक बहुत 7 मंजिला भक्त सदन है जहा पर आपको AC और नॉन AC रूम मिल जाते है ठहरने के लिए
यदि कोई भक्त गण बहार से आया है और वो यहाँ रुकना चाहता है तो वो यहाँ रुक सकता है मंदिर परिसर में उसके खाने की व्यवस्था है पर यदि वो खुद अपना खाना बनाना चाहेगा तो उन्हें किचन की भी व्यवस्था दी जाती है , कपडे धोने के लिए एक लांड्री भी भी है

मंदिर प्रागण का भक्त सदन कितना बड़ा है ?
भक्त सदन का निर्माण 35 हजार वर्ग फिट जमीन पर बनाया जायेगा,यहाँ पर 200 से ज्यादा कारे खाड़ी करने की व्यवस्था होगी,120 फिट का प्रागण होगा भक्तो के मंदिर में आने का
मंदिर के पुजारी अशोक भट्ट जी के अनुसार मंदिर में हर साल 1 करोड़ श्रद्धालु आते है ,बुधवार को करीब 1 लाख,1 जनवरी और टिल चतुर्थी पर 5 लाख और गणेश चतुर्थी के 10 दिन तक लगभग 10 लाख श्रद्धालु रोज़ आते है गणेश जी के दर्शन करने

श्री राम मंदिर: खजराना गणेश मंदिर में भवन श्री राम जी का बहुत ही सुन्दर मंदिर है ,यहाँ पर आपको शिरडी वाले बाबा का भी मंदिर देखने के लिए मिलेगा

खजराना गणेश मंदिर में भक्तो को आसानी से दर्शन हो सके इसके लिए मंदिर में लगाए जायेंगे लकड़ी के स्टेप
खजराना गणेश मंदिर में बुधवार, रविवार, गणेश गणेश चतुर्थी, तिल चतुर्थी के अलावा अन्य दिनों में भी लकड़ी के स्टेप लगाए जायेंगे जिससे सभी श्रद्धलुओ को भगवन गणेश जी के आसानी से दर्शन हो सके, अब एक साथ तीन कतरे चलेगी जिससे लोगो का टाइम भी बचेगा और सभी को भगवन के दर्शन भी आसानी से हो जायेंगे।

खजराना गणेश मंदिर में मिलने वाले भोजन प्रसादी और लड्डू की शुद्धता का प्रमाण

यहाँ एक बहुत बड़ी उपलब्धि हे की खजराना गणेश मंदिर में मिलने वाला भोजन प्रसादी को भारतीय खाद्य सुरक्षा व मानक प्राधिकरण ने सेफ भोग प्लेस घोषित कर दिया है,
ये हमारे लिए बहुत ही गर्व की बात हे की हमें 130 में से 119.5 अंक मिले है । यहाँ हमारे लिए बहुत ही गर्व की बात है की अभी तक केवल देश में केवल दो ही मंदिर हे जिसे ये उपलब्धि प्राप्त है, पहले नंबर पर उज्जैन महाकाल का मंदिर आता है और अब हमारे इंदौर का खजराना गणेश मंदिर
यहाँ पर मिलने वाला भोजन प्रसादी पूरी तरह से शुद्ध है , भोजन प्रसद्धि का समय सुबह 11 बजे से 2:30 PM तक रहता हे और रोज बहुत से दार्शनिक इस भोजन को ग्रहण करते हे ये सुविधा मंदिर की तरफ से बिलकुल फ्री है , आप यदि चाहे तो भोजन पंडाल में रखे दान पत्र या भोजन प्रसादी के लिए रशीद काटकर दूसरे दिन के भोजन के लिए सहियोग दे सकते है ।

कढ़ी खिचड़ी का प्रसाद भोजन के रूप में कब मिलता है और कहा से मिलता है ?

खजराना गणेश मंदिर में शाम को 5 बजे कढ़ी खिचड़ी प्रसाद के रूप में भक्तो को दी जाती है, इसकी शुरुवात 2-08-2019 से की गई ।
मंदिर समिति ने ये निर्णय लिया की अब शाम के समय मंदिर दर्शन करने आये भक्त गणो को भोजन शाला में खिचड़ी और कढ़ी का प्रसाद दिया जायेगा। अभी दोपहर में यहाँ पर भक्तो के भोजन प्रसादी दी जाती है।
मंदिर समिति ने एक विशेष निर्णय यहाँ भी लिया की अब ऍमवाय हॉस्पिटल में दोनों टाइम भोजन और चाय- नाश्ते की सेवाएं भी शुरू की जाएगी

नव वर्ष के पवन पर्व पर खजराना गणेश मंदिर में चालयमान रहेगी भक्तो की लाइन
जैसा की आप सभी जानते हे की भगवन गणेश जी के प्रति भक्तो की आस्था बहुत ही अधिक है 31 दिसंबर और 1 जनुअरी के दिन खजराना गणेश मंदिर में भक्तो की संख्या बहुत ही अधिक हो जाती हे और इस बार भक्त यहाँ पर आरती के टाइम पर भी रुक कर श्री गणेश जी के दर्शन नहीं कर पाएंगे ( 31 December 2025 और 1 January 2026) । भक्तो की लाइन चालयमान रहेगी मतलब की भक्तो को चलते-चलते गणेश जी के दर्शन करना होंगे । भगवन के दर्शन करने आये भक्त भगवन के अच्छे से दर्शन कर सके इसके लिए ४ स्टेप वाली व्यवस्था की जा रही है

गाड़ी से प्रवेश के लिए मार्ग : मंदिर में आने वाले 2 वीलर और 4 वीलर खजराना मैंन रोड से मंदिर तक आएंगे और वापस जाने के लिए गणेशपुरी रिंग रोड होते होये जायेंगे ।

AddressKhajrana Ganesh Mandir Ganeshpuri Main Rd, Ganeshpuri, Khajrana, Indore
Opening Time5 AM To 12 PM
DaysMonday to Sunday
Entry FeesFree
ParkingFree
Phone0731 259 0062
Live LocationKhajrana Ganesh Mandir

2 Comments

  1. Shani November 19, 2017
  2. Vinod Kumar soni August 14, 2018

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